Bin baat ke he ruthne ki aadat hai

“बिन बात के ही रूठने की आदत है,
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,
आप खुश रहें मेरा क्या है,
मैं तो आइना हूँ मुझे तो टूटने की आदत है”

No comments:

Post a Comment