Ek pal ki ye baat nahi

एक पल की ये बात नहीं, दो पल का ये साथ नहीं,
कहने को तो
जिन्दगी जन्नत से प्यारी है,
पर वो साथ ही क्या , जिसमे तेरा हाथ नहीं.

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