Jo usne likhe the khat kapiya me chor aaye

जो उसने लिखे थे ख़त कापियों में छोड़ आए
हम आज उसको बड़ी उलझनों में छोड़ आए
अगर दुश्मनों में होता तो बच भी सकता था
ग़लत किया जो उसे दोस्तों में छोड़ आए
सफ़र का शौक़ भी कितना अजीब होता है
वो चेहरा भीगा हुआ आंसुओं में छोड़ आए
फिर उसके बाद वो आँखें कभी नहीं रोयीं
हम उनको ऐसी ग़लतफ़हमियों में छोड़ आए
महाज़-ए-जंग पे जाना बहुत ज़रूरी था
बिलखते बच्चे हम अपने घरों में छोड़ आए
जब एक वाक़्या बचपन का हमको याद आया
हम उन परिन्दों को फिर घोंसलों में छोड़ आए

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