Kehte hai dost mujhse ke tu kitna khus nashib hai

कहते है दोस्त मुझसे के तू कितना खुश नसीब है,
तू शायरी लिखता है,
आज मैं कहता हूँ रब किसी को शायर न बनाये
इस हुनर को पाने मे बड़ा दर्द होता है

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