महक रही है जिंदगी आज भी जिसकी खुशबू से,
वो कौन था जो यूँ गुजर गया मेरी यादों से!"
आखिर कैसे भुला दे हम उन्हें....!
मौत इंसानो को आती है यादो को नहीं......!!
जिस्म के घाव तो भर ही जायेंगे एक दिन...
खेरियत उनकी पूछो..जिनके दिल पर वार हुआ है..!!
मत भेजिए हिचकियों को मुखबिर बना कर,
और भी काम हैं तुम्हे याद करने के सिवा |
क्यू करते हो दिल पर इतना सितम ???
याद करते नही, तो याद आते ही क्यू हो ???
तेरी यादें.....कांच के टुकडे...
मेरा दिल....नंगे पाँव हो जैसे..
ऐ खुदा,मैं अपनी यादाश्त भुल जाऊँ,
तुम कौन ?..मैं भी उनसे पुछ के आऊ ………
गलत निकलेगा तेरा अन्दाजा..
वक़्त मेरा भी सही आयेगा...!!!!
जब कोई दिल दुखाता है तो मैं चुप रहना पसंद करता हू,
शायद मेरे जवाब से बेहतर वक्त का जवाब होगा.……
मैंने तुझे शब्दों में महसूस किया है..
लोग तो तस्वीर पसंद करते है..
नही छोड़ी कमी किसी भी रिश्ते को निभाने में मैंने...
आने वाले को दिल का रास्ता भी दिया और जाने वाले को रब का वास्ता भी...!!
शिद्दत-ए-इश्क खैर हो तेरी...
ये तुने कैसे मुकाम पे ला के छोड़ दिया...!!
कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है...
पर रोटी की साईज़ लगभग सब घरों में एक जैसी ही होती है...!!!
काश मोहब्बत मे चुनाव होते ,, ,, ,, ,,
गजब का भाषण देते तुझे पाने के लिए ,,
नाराज़ नहीं हूँ, तेरे फरेब से....................!!
ग़म ये है कि, तेरा यकीन अब कैसे करू....
आँखों ने तुझे देखा था,और दिल ने पसंद किया...
बता..!!!
आँखे निकाल दूँ,,,? या सीने से दिल...?
बहाना कोई ना बनाओ तुम मुझसे खफा होने का,
तुम्हें चाहने के अलावा कोई गुनाह नहीं है मेरा...।
जलवे तो बेपनाह थे इस कायनात में, . .
ये बात और है कि नजर तुम पर ही ठहर गई।
आप तो डर गये मेरी एक ही कसम से,
आपकी कसम देकर हमें तो हज़ारों
मुझे छोड़कर जाने कि वज़ह तो बताओ
मेँ हर वज़ह बताऊँगा तुम्हेँ चाहने कि
अपने दिल की भावनाओं में बह गए हम इतना….
की खयाल न रहा अपनों के दिल का …..
तुम अगर लौट आओ तो मुझे ज़रा पहले बता देना,
मुझे खुद को ढूंढने में कुछ वक़्त लगेगा।
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