मेरी साँसों को भी आज टूट जाने दे ए-खुदा,
मेरे ख्वाबों की तरह, उसके वादों की तरह,
तेरे सिवा कौन समा सकता है मेरे दिल में,
रुह तक गिरवी है मेरी, तेरी चाहत में..
मेरे ख्वाबों की तरह, उसके वादों की तरह,
तेरे सिवा कौन समा सकता है मेरे दिल में,
रुह तक गिरवी है मेरी, तेरी चाहत में..
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