Unki mohabbat ke abhi nishan baaki hai

उनकी मोहब्बत के अभी निशान बाकी है;—–
नाम लब पर है और जान बाकी है;
क्या हुआ अगर देख कर मुँह फेर लेते हैं;
तसल्ली है कि शक्ल ko पहचान लेते है।

No comments:

Post a Comment