हम मुहब्बत की किताबों में तुम्हें ढूंढेंगे,
प्यार की महकी फिजाओं में तुम्हें ढूंढेंगे,
उस नजूमी पे भरोसा ही नहीं है मुझको,
अपने हाथों की लकीरों में तुम्हे ढूंढेंगे......
रब ने बख्शी है मुझे सबसे हसीं नेमत ये,
अपने सारे ही खिताबों में तुम्हे ढूंढेंगे,
हीरे मिलते हैं कहाँ यूँ ही कभी बिन मेहनत,
हम भी शिद्दत से खदानों में तुम्हे ढूंढेंगे,
प्यार की खुशबू से महका हुआ रंगीन समां,
हम भी खुशबू में हवाओं में तुम्हे ढूंढेंगे,
शेर कितने हैं छुपे शब्द तेरे जंगल में,
कभी झांक तेरे दिल की गुफाओं में ढूंढेंगे.....
प्यार की महकी फिजाओं में तुम्हें ढूंढेंगे,
उस नजूमी पे भरोसा ही नहीं है मुझको,
अपने हाथों की लकीरों में तुम्हे ढूंढेंगे......
रब ने बख्शी है मुझे सबसे हसीं नेमत ये,
अपने सारे ही खिताबों में तुम्हे ढूंढेंगे,
हीरे मिलते हैं कहाँ यूँ ही कभी बिन मेहनत,
हम भी शिद्दत से खदानों में तुम्हे ढूंढेंगे,
प्यार की खुशबू से महका हुआ रंगीन समां,
हम भी खुशबू में हवाओं में तुम्हे ढूंढेंगे,
शेर कितने हैं छुपे शब्द तेरे जंगल में,
कभी झांक तेरे दिल की गुफाओं में ढूंढेंगे.....
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