Kaha maang li thi qayanat maine

 कहाँ मांग ली थी 'कायनात' मैंने ।।
जो इतना 'दर्द" मिला।।
ज़िन्दगी में पहली बार खुदा' तुझसे "ज़िन्दगी" ही तो मांगी थी।।

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