एक सैनिक ने क्या खूब कहा है
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ के
आया हूँ.
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़
के आया हूँ.
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
में अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ.
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ के
आया हूँ.
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़
के आया हूँ.
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
में अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ.
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