Sikhvw bhi hazaro hai

शिकवे भी हजारों हैं, शिकायतें भी बहुत हैं,
इस दिल को मगर उनसे मुहाब्बत भी बहुत है,
ये भी है तम्मना की उनको दिल से भुला दें,
इस दिल को मगर उनकी जरुरत भी बहुत है..

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